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Sasaram Somnath Mandir Opening

ॐ नमों नारायण ॐ गुरूवे नम: मेरे गुरु पायलट बाबा को कोटि कोटि नमन जिन्होंने मानव कल्याण के लिए इतनी बड़ी धरोहर दिया
७ नवंबर २०२२ ,कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की बैकुंठ चतुर्दशी एक अभूतपूर्व संत समागम एवं अक्षय ऊर्जा केंद्र श्री पूर्वोत्तर ज्योतिर्लिंग सोमनाथ महादेव उद्घाटन की साक्षी रही ।
परम पूज्य गुरुदेव महायोगी पायलट बाबाजी के अथक भगीरथ प्रयास और संकल्प एक बार पुनः फलित हुआ,एवं पूर्वोत्तर की इस पावन भूमि पर 'पूर्वोत्तर सोमनाथ मंदिर ' का भव्य लोकार्पण किया गया। जिसमें महान संतो, महात्माओं व आचार्य शामिल रहे - स्वामी आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद नन्द गिरि जी,योग गुरु स्वामी रामदेव जी,स्वामी कैलाशा नन्द गिरि जी, 
महामंडलेश्वर, वरिष्ठ महामंडलेश्वर अर्जुन पूरी जी महाराज, स्वामी चिदानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर श्रद्धा गिरि जी, महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद जी महाराज, महामंडलेश्वर अरुण अवधूत जी, स्वामी कृष्णानंद जी, लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी जी (किन्नर अखाड़ा), महामंडलेश्वर योगामाता केको आइकवा जी (जापान), , महामंडलेश्वर विष्णु देवा नन्द जी (रूस ), महामंडलेश्वर आनंद लीला माता, श्री सत प्रभु जी (रूस ) महामंडलेश्वर शैलेशानंद गिरिजी , सभी ने अपने आगमन से इस लोकार्पण आयोजन को अपनी सिद्ध ऊर्जाओं के समागम से अवलोकित किया। साथ ही शामिल रहे भारत सरकार से केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट जी, दिल्ली से सांसद और बिहार के बेटे श्री मनोज तिवारी जी, सासाराम के सांसद श्री छेदी पासवान जी, विश्व हिन्दू परिषद के प्रमुख श्री मिलिंद परांडे जी, श्रीमती बेबी रानी मौर्य, मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, श्री मुरारी प्रसाद गौतम जी ( पंचायत मंत्री बिहार ) एवं बड़ी संख्या में रूस,अमेरिका, जापान से गुरुदेव के शिष्य शामिल रहे।
पूर्वोत्तर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर सह सनातन गलियारा आगामी समय में सनातन समाज, राष्ट्र कल्याण और वैश्विक उत्थान में अग्रणी भूमिका निभाएगा । 
महायोगी पायलट बाबा जी द्वारा बनाया गया सोमनाथ मंदिर और ये पूरा पायलट बाबा धाम अपने आप में दिव्य है।ऐसा लगता है सारी देवीय शक्तियों का यहाँ समागम हुआ है।इतनी सकारात्मक ऊर्ज़ाओं का यहाँ स्तोत्र है।जिसके माध्यम से हम अपना , अपने समाज का और अपने देश का कल्याण कर सकते है। एक आध्यात्मिक सोच हमारे जीवन में बदलाव ला देती है। 
महादेव से प्रार्थना ये मंदिर हमारे बिहार क्षेत्र ही नही अपितु पूरे विश्व में शांति लाये  हमारे सभी संतो का संकल्प , हमारे गुरु महायोगी पायलट बाबाजी का संकल्प फलीभूत हों मानव जाती का कल्याण हों 
ये मंदिर ये स्थान हमारी सभ्यता संस्कृति का प्रतीक है।ये हमारी संस्कृति को जागृत रखेगा । ये हमारे बच्चों के अंदर एक सकारात्मक और आध्यात्मिक सोच का निर्माण करेगा।
इसकी संकल्पना एक बहुउद्देशीय प्रयोजन से हुई है, महायोगी पायलट बाबाजी के माध्यम से पूर्व की इस ऐतिहासिक व आध्यात्मिक भूमि पर समय समय पर सामाजिक एवं आध्यात्मिक विसंगतियां, चिंता का विषय रहीं हैं। 

इस लोकार्पण को हम एक ऐसा केंद्र समझें जिससे , उपरोक्त दिव्य आत्माओं द्वारा संचारित ऊर्जा यहां विद्यमान रह एक सामाजिक चेतना का संचार कर विखंडित विचारों को प्रक्षालित करती रहें , व बिहार के सर्वांगीण विकास में सदैव मददगार सिद्ध होती रहे।
यें बिहार की धरती शुरू से ही दिव्य और पवित्र रहीं है। यहाँ कि धरा पर बहुत से दिव्य संत और महान आत्माओं का जन्म हुआ है। बुद्धिजीवी लोगों का आगमन हुआ है जिन्होंने अपने समाज और देश की उन्नति में सहयोग दिया है।
बस यें ही प्रार्थना सब लोग सुरक्षित हों और दूसरों की भी रक्षा करने में सहायक हों। किसी के कारण किसी को हानि ना पहुँचे  अपने राज्य को अपने देश को हमें आगे ले जाना है। हर तरीक़े की बुराई से बचाना है। हम सबको अपनी सोच को एक सही दिशा में ले जाना है।

पूर्वोत्तर ज्योतिर्लिंग महादेव जी से यही प्रार्थना है की , यहां विद्यमान रह आप सब को जन कल्याण, शांति ,प्रेम एवम सद्भाव की ओर अग्रेषित करते रहें । अपनी कृपा से जन व जनकल्याण का नवीन परचम एक बार पुनः बिहार की पावन भूमि से लहराए।

ॐ नमो नारायण !!!

महामंडलेश्वर चेतना गिरी
पंच दशनाम जूना अखाड़ा 

हर हर महादेव

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