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Showing posts from February, 2021

Mataji's Aashirwad

ॐ अखण्डमण्डलाकारं व्याप्तं येन चराचरम् तत्पदं दर्शितं येन तस्मै श्रीगुरवे नमः ॐ नमों नारायण! ॐ गुरूवे नम: समय हर पल बीतता है और हम भी  हम हर पल किसी के आशीर्वाद से जीते है।एक दूसरे का भाग्य ही हमें उन्नति की और ले जाता है । एक दूसरे के सहयोग में ही हमारी सफलता छिपी होती है। हम सब मानव की शक्तियाँ कैसे मिलती है ? कैसे हमारी नियति हमें एक दूसरे का सहयोगी बना देती है?ये सब  जानना हमारे वश में से बाहर है। कोई महान शक्तियाँ ही होती है , कोई महान गुरु ही होते है जो हम सब लोगों को जोड़ कर रखते है । जब ईश्वर हमें किसी के माध्यम से हमारे जीवन की राह दिखाता है तो हम रास्ते को भूलने की कोशिश करते है सही राह नहि पकड़ते , जब कोई नहि होता तों हम किसी माध्यम  क़ो खोजते है जीवन की सही राह ढूँढ़ने का हम मानव बहुत अजीब है जब कुछ सामने है तो  उसका मूल्य नहीं ,जब नही है तो खोजते फिरते है?  इस पृथ्वी पर आपको अपना कर्म करने भेजा गया है इस पर आपकी सुविधा के लिए ईश्वर ने क्या कुछ उपलब्ध नहि कराया है । जिससे आपका जीवन सहज और सरल हो जाए सबसे मूल्यवान उसने क्या दिया आपको? एक आ...

Mataji's Aashirwad

ऊँ नम: शम्भवाय च मयोभवाय च नम: शंकराय च मयस्कराय च नम: शिवाय च शिवतराय च। तव तत्वं न जानामि कीदृशोऽसि महेश्वर। यादशोसि महादेव तादृशाय नमोनम:॥ त्रिनेत्राय नमज्ञतुभ्यं उमादेहार्धधारिणे। त्रिशूल धारिणे तुभ्यं भूतानां पतये नम:॥ गंगाधर नमस्तुभ्यं वृषमध्वज नमोस्तु ते। आशुतोष नमस्तुभ्यं भूयो भूयो नमो नम:॥  ॐ नमों नारायण ॐ नम: शिवाया ॐ गुरूवे नम: महादेव शिवशंकर  हमारे जीवन की रक्षा करे, मानव जाति की रक्षा करे ! प्रकृति और ये जीवन कभी भी करवट ले लेता है ।  दोनो को नियंत्रण में रहना ज़रूरी है ।  हम हर पल टूटते है , हर पल जुड़ते है। जीवन में कही ना कही हम भी ज़िम्मेदार होते है कुछ ग़लत होने में । लेकिन हम कही नहि झुकना चाहतें । हम अपनी गलती स्वीकार कभी नहि करते , क्यूँकि हमारा अहंकार हमसे भी बड़ा होता है , किसी का नही सुनना ही कभी कभी हमारी असफलता का कारण बन जाता है ।  ये जीवन बहुत सारे उतार-चड़ाव दिखाता है ।जब आप परेशान होते है तो आप इस जीवन से परेशान हो जाते है एक ही पल में आप अपनी सारी ऊर्ज़ाओं के ऊपर से अपना नियंत्रण खो देते है ।  आप भूल जाते हो कि अभी...